परिभाषा
अक्विलिड्स विशाल बर्फीले ग्रह हैं जो तारकीय प्रणालियों के बाहरी क्षेत्रों में स्थित होते हैं। ये गैस दानवों से इस मायने में भिन्न हैं कि इनमें वाष्पशील यौगिकों का अनुपात अधिक होता है और इनकी जलवायु स्थितियाँ भिन्न होती हैं।
संरचना
इनकी आंतरिक संरचना में बर्फ, पानी, मीथेन और अमोनिया की मिश्रित परत होती है जो एक पथरीले कोर को घेरे रहती है। उच्च दाब के कारण ये पदार्थ द्रव या अतिसंवेदन/सुपरक्रिटिकल अवस्था में बने रहते हैं, जबकि गैस दानव मुख्यतः हाइड्रोजन और हीलियम से बने होते हैं।
वायुमंडल
वायुमंडल मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम से बना है, जिसमें मीथेन की उल्लेखनीय मात्रा होती है। मीथेन स्पेक्ट्रम के लाल भाग को अवशोषित करता है, जिससे नीली और हरी रोशनी अधिक बिखरती है और ग्रह हल्का नीला दिखाई देता है।
गतिकी
वायुमंडलीय प्रक्रियाओं में तेज़ हवाएँ और क्षणिक तूफ़ान शामिल होते हैं। हवाएँ बहुत अधिक गति तक पहुँच सकती हैं, और ग्रह का तीव्र घूर्णन बादल-पट्टियों को अपेक्षाकृत अधिक बिखरा और कम स्थिर बनाता है, जो अधिक विशाल गैस दानवों की तुलना में कम सुसंगत होती हैं।
स्थितियाँ
बाहरी वायुमंडलीय तापमान अत्यंत निम्न होते हैं, जो गैसों के संघनन बिंदुओं के निकट होते हैं। निम्न तापमान, रासायनिक संरचना और गतिशील मौसम का संयोजन इन ग्रहों की जलवायु विशेषताओं को निर्धारित करता है।
महत्व
अक्विलिड्स का अध्ययन विशाल ग्रहों की विविधता और तारकीय प्रणालियों के हिम-प्रधान क्षेत्रों में जलवायु को नियंत्रित करने वाली भौतिक प्रक्रियाओं के बारे में अंतर्दृष्टि प्रदान करता है।